खूबसूरत निगाहों मीठी बातों का असर होने लगा है हर लम्हा यादों में दिल धड़कने लगा है तुम्हें पाने का ख्वाब संजोने लगा हूं बड़ी उम्मीद लिए इंतजार कर रहा हूं हमसफ़र बनकर मुक़द्दर बदल दो
आजकल तन्हा रहने लगा हूं कितना मोहब्बत है महसूस करने लगा हूं उस वक्त का बेसब्री से इंतजार है जब मेरे सपने साकार हो जाएंगे
इधर उधर की बातों में घुमाना छोड़ दो अगर मुझसे मोहब्बत नहीं है अपनी अदाओं से रिझाना छोड़ दो इस तरह पसंद करने लगा हूं दूर रहने में मुश्किल हो जाएगी मेरे मन की सादगी को आजमाना छोड़ दो
प्यार पाने की बेकरारी हद से ज्यादा बढ़ चुकी है अब दिल को समझाना आसान नहीं है इजहार करने में जैसे-जैसे वक्त गुजरता जा रहा है सुकून से रहने में बेचैनी हो रही है आजकल मेरे अंदर मुस्कान नहीं रहती है
रूठने का बहाना ढूंढ लेती हो बेवजह हर बात में अपनी अकड़ ठोक देती हो मनाने में लंबा समय गुजर गया मैं प्यार नहीं करता हूं अपने तीखे जज्बातों के वार से मेरे ख्वाहिशों की महफिल बिखेर देती हो